जब से संध प्रदेश दमन के शराब-माफ़िया रमेश पटेल उर्फ रमेश माइकल के यहां प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छापे-मारी हुई है तब से दमन-दीव व दानह की जनता में यही सवाल चारो और चर्चित है की अब आने वाले समय में प्रवर्तन निदेशालय का अगला शिकार कोन होगा और आने वाले समय में किस दो-नंबरी धन-कुबेर के यहां प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापे-मारी करने पहुंचेगी? यह सवाल इस लिए भी दमन-दीव व दानह की जनता के दिलों में घर किए हुए है क्यों संध प्रदेश दमन-दीव व दानह में ऐसे कई बड़े दो-नंबरी और धन-कुबेरों बताए जाते है जो सालों से सरकार और आयकर विभाग को चुन लगाने के बाद भी सरकार की गिरफ्त से बचे रहे।
हालांकि इस वक्त तो इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है की आने वाले समय में प्रवर्तन निदेशालय तथा आयकर विभाग का अगला शिकार कोन होगा? लेकिन आने वाले समय में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा होने वाली कार्यवाही से अवश्य जनता को इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा। वैसे प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हुई इस छापे-मारी ने मानो दमन के शराब-माफियाओं के साथ साथ उन तमाम दो-नंबरी धन-कुबेरो की नींद उड़ा दी हो जिनहोने सरकार को करोड़ों का चुना लगाया। सूत्रों की माने तो संध प्रदेश दमन-दीव व दानह में अभी और भी ऐसे कई बड़े दो-नंबरी और धन-कुबेर है जिन पर लम्बे समय से आयकर विभाग अपनी पेनी नज़रे रखे हुए है, और आने वाले समय में उन तमाम धन-कुबेरों के यहां आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बड़ी कार्यवाही देखने को मिल सकती है।
लगभग 2.5 करोड़ की शराब रमेश पटेल के यहां से जप्त की गई और करोड़ो के स्टॉक की गड़बड़िया पाई गई है, इसके अलावे और कई चौकाने वाले दस्तावेज़ और जानकारियाँ भी मिली प्रवर्तन निदेशालय के हाथ लगी है, जांच के दोरान पता चला की पिछले तीन साल से रमेश पटेल के खातों में 223 करोड़ से अधिक नगदी जमा हुई है। यह वही रमेश पटेल उर्फ रमेश माइकल है जिस पर गुजरात में 30 से अधिक मामले दर्ज है।
हालांकि आयकर विभाग की लिस्ट में कितने नाम है और उक्त लिस्ट कितनी लम्बी है यह तो अभी एक राज़ ही है और इस राज़ से पर्दा भी तभी उठेगा जब आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन दो-नंबरी धन कुबेरों के यहां छापे-मारी होगी।