
गुरुवार को दमण में हुई जेईआरसी की जनसुनवाई के उपरांत दमण-दीव यूथ एक्शन फोर्स के अध्यक्ष उमेश पटेल ने सांसद लालू पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सांसद तो मंदिर में पूजा करने एवं श्रद्घालुओं को शिरडी रवाना करने में लगे है. यहां इतनी महत्वपूर्ण बैठक में उनकी उपस्थिति नहीं थी, जो चौकाने वाली बात है.
इस जन सुनवाई में यूथ एक्शन फोर्स के प्रमुख उमेश पटेल ने उद्योगों को 24 पैसे प्रति यूनिट की राहत पर खुशी व्यक्त की. उन्होंने मांग की है कि उद्योगों को मिल रहे 24 पैसे प्रति यूनिट की राहत को 20 पैसा यूनिट करके कृषि, बीपीएल, घरेलू और व्यवसायिक श्रेणी के उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 4 पैसे की राहत दी जाये. उमेश पटेल ने कहा कि विद्युत विभाग पूरी तरह फायदे में चल रहा है ऐसे में कृषि, बीपीएल, घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को मुफ्त में बिजली दी जानी चाहिये. जेईआरसी की जन सुनवाई में गिने-चुने लोगों के आने पर नाराजगी व्यक्त की. बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में उमेश पटेल ने कहा कि इलेक्ट्रीक डिपार्टमेंट के दाम बढ़ाने-घटाने को लेकर यहां पर जेईआरसी की हियरिंग थी लेकिन सबसे चौकाने वाली बात यह है कि इस जनसुनवाई में न तो सांसद लालू पटेल मौजूद थे और न ही नपा अध्यक्ष अनिल टंडेल, कांगे्रस अध्यक्ष केतन पटेल तथा भाजपा अध्यक्ष गोपाल टंडेल ही मौजूद थे. उन्होंने कहा कि दमण में सत्ता पक्ष तो बहरा-अंधा है लेकिन अब विपक्ष भी गूंगा हो गया है. मैंने आज ही पेपर में पढ़ा कि दानह में हुए हियरिंग में विद्युत दर बढ़ोतरी को लेकर धमाल हुआ था लेकिन यहां पर भाव बढ़ोतरी नहीं है और यदि ऐसा होता तो कौन बोलता? उन्होंने सांसद पर आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद को मंदिर में पूजा, शिरडी रवाना के लिए रखा है क्या? कहां है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष गोपाल टंडेल, कांगे्रस अध्यक्ष केतन पटेल एवं अन्य नेता. लोगों के लिए हमें लडऩा पड़ता है. उमेश पटेल ने कहा कि १५८ करोड़ का बिजनेश यहां पर है और दमण में करीब १५ करोड़ का बिजली हमलोग यूज करते है तो उसे फ्री कर देेंगे तो क्या नुकसान होगा? मगर यह बात बोलेगा कौन? दमण में लीडर है तो उन्हें चुनाव के समय में वोट चाहिए. उन्होंने कहा कि बैठक में दीपेशभाई ने कई मुद्दे उठाये है और मैडम ने सभी की बातों को सुनकर सकारात्मक निर्णय की बात कही है. उल्लेखनीय है कि दमण-दीव में सांसद लालू पटेल की वर्ष २००९ से अब तक कोई भी ऐसी कार्यशैली नजर नहीं आयी जिससे की प्रदेशवासियों का भला हो सके. कई समस्याओं से लोग अब भी जुझ रहे है जिसकी वजह से लोगों में सांसद के प्रति रोष भी देखा जा रहा है.