
दमण. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने संघ प्रदेश दमण एवं दीव के पर्यटन विभाग
को भारत परिचय कार्यक्रम ( नो इंडिया प्रोग्राम) के तहत चयन किया है। इस कार्यक्रम के तहत 40 युवा 05 दिनों के लिए वर्ष 2019 के जनवरी माह में इस प्रदेश की यात्रा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत दर्शन कार्यक्रम एक औपचारिक कार्यक्रम है जिसके तहत भारतीय मूल के विदेशी युवाओं को भारतीय संस्कृति, भारतीय जीवन, कला, समकालीन भारत के विविध पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। इस कार्यक्रम में 18 से 30 वर्ष के वैसे युवा जो भारतीय मूल के हैं और विदेश के अलग-अलग देशों में पले-बढ़े हैं उन्हें भारतीय सांस्कृतिक धरोहरों, राजनीतिक व्यवस्था, यहां की कला एवं संस्कृति के विविध आयामों से रूबरू होने का सुनहरा अवसर मिलता है। यह कार्यक्रम अप्रवासी भारतीयों को छोड़कर सभी भारतीय मूल के युवाओं के लिए है, जो विशेषकर मोरीशस, फिजी, सुरीनाम, गुयाना, ट्रीनिडेड एवं टबाको, जमैका आदि देशों में बसे हुए है। ध्यातव्य है कि यह कार्यक्रम वर्ष 2003 से लगातार जारी है और इस बार दमण-दीव को इस
कार्यक्रम के लिए चुना गया है। भारतीय मूल के विदेशी युवाओं को इस बार दमण एवं दीव के
ऐतिहासिक इमारतों, धरोहरों, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मान्यताओं और विशेषकर पुर्तगाली सभ्यता एवं संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। ये युवा यहां बसने वाले लोगों की जीवन-शैली को भी निकटता से जान पायेंगे और यहां की अप्रतीम एवं अलौकिक समुद्रतटों का आनंद ले सकेंगे। इन युवाओं को यहां के रंग-बिरेंगे लोकनृत्यों से साक्षात्कार का मौका भी मिलेगा। दरअसल यहां की आभा के अलौकिक सौंदर्य का वे दर्शन कर पायेंगे। इसके साथ इन युवाओं को यहां की राजनीतिक प्रणाली, आर्थिक स्थिति समाज और विभिन्न विकसित क्षेत्रों को जानने में मदद मिलेगी। इन युवाओं की प्रदेश यात्रा की पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश के पर्यटन विभाग की होगी, साथ ही पर्यटन विभाग इन युवाओं के साथ वरिष्ठ अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों से मुलाकात भी करवायेगा। जब से प्रफुल पटेल ने संघ प्रदेश के प्रशासक के तौर पर कार्यभार संभाला है, प्रदेश की
चमत्कृत आभा एवं चहुमुखी विकास ने सभी को आकर्षित किया है। यही कारण है कि पहली बार इस प्रदेश को भारतीय मूल के विदेशी युवाओं को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने का अवसर मिल पाया है। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर दमण-दीव को भारत-परिचय कार्यक्रम की मेजबानी का जिम्मा सौंपा है। यह प्रदेश के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि विश्व पर्यंत फैले भारतीय मूल के युवा इस प्रदेश की अनूठी संस्कृति एवं वैविध्यपूर्ण छटा से परिचित हो पायेंगे। यह निश्चय ही पर्यटन के संवर्धन की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगा।