जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विद्याधर नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक राधेश्याम और मुरलीपुरा निवासी दलाल मधुसुदन शर्मा को गुरुवार को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी एएसआइ ने एक मुकदमे में दर्ज नाम हटाने की बदले रिश्वत में 5 लाख रुपए मांगे थे, लेकिन एसीबी के सत्यापन में सौदा 2 लाख रुपए में तय किया।
इनमें गुरुवार को पहली किस्त में एक लाख रुपए देना तय हुआ। एसीबी डीजी बी.एल. सोनी ने बताया कि 12 फरवरी को मुरलीपुरा क्षेत्र निवासी नरेन्द्र व घनश्याम ने एएसआई राधेश्याम द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत की। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव नैन की टीम को ट्रेप की जिम्मेदारी सौंपी गई।
एसीबी के उपअधीक्षक चित्रगुप्त सिंह ने बताया कि आरोपी एएसआइ राधेश्याम ने परिवादी को एक लाख रुपए लेकर गुरुवार को थाने पर बुलाया। परिवादी के पहुंचने से पहले ही एसीबी टीम ने थाने के चारों तरफ घेराबंदी की। परिवादी रिश्वत राशि लेकर थाने पर पहुंचा। तब वहां पर आरोपी एएसआइ डीओ ड्यूटी पर तैनात था।
आरोपी एएसआइ ने थाने में से खड़े होकर गेट के बाहर खड़े दलाल मधुसुदन की तरफ इशारा किया और परिवादी को कहा कि सफेद शर्ट पहने नजर आ रहे दलाल को यह रकम दे दो। परिवादी ने गेट के बाहर पहुंच कर दलाल को रकम पकड़ा दी। तभी रकम के साथ दलाल अपनी कार में बैठकर भागने वाला था, लेकिन एसीबी ने उसको पकड़ लिया। फिर एएसआइ को भी पकड़ लिया।