जो पूरे देश में नहीं हुआ वह दमन में हो गया।

Vasu-&-Navin
Vasu-&-Navin

भाजपा ने कांग्रेस को समर्थन दिया, तो कांग्रेस ने भाजपा को आधी कुर्सी दे दी।

भाजपा भी चुप, कांग्रेस भी चुप, भाजपा ने नवीन को भाजपा से नहीं निकाला, तो कांग्रेस ने केतन को नहीं निकाला, अब भाजपा कांग्रेस दोनों मिलकर चला रहे है दमन की जिला पंचायत और दोनों नेता मिलकर कर रहे है जनता के पैसों का बंदरबांट।

पर्यटकों को यहां की अनोखी राजनीति में देखने आना चाहिए, जहां भाजपा कांग्रेस एक साथ खड़ी होती है।

संध प्रदेश जिला पंचायत की कार्यप्रणाली को लेकर जहां पूर्व में कई भ्रष्टाचार की बाते सामने आई थी, वहीं इस वक्त जिला पंचायत के उप प्रमुख नवीन पटेल के भ्रष्टाचार में संलिप्प्ता की बाते सामने आई है। वैसे तो नवीन पटेल दमन भाजपा के एक बड़े नेता के रूप में अपने आप को प्रोजेक्ट करते देखे गए है, लेकिन इस नेता की सियासत और कारगुजारियों से आज पूरी भाजपा शर्मशार होती देखी गई, भ्रष्टाचार और भाईचारा को लेकर अगर दमन में कोई बात हो तो नवीन पटेल का नाम भी इस मामले की फेहरिस्त में काफी ऊपर बताया जाता है।
ज्ञात हो कि नवीन पटेल ने भाजपा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, चुनाव जीते, लेकिन जीतने के बाद अपना समर्थन कांग्रेस को दे दिया। पूरे भारत में कांग्रेस, भाजपा को और भाजपा कॉंग्रेस को कोसती आई है, लेकिन दमन भाजपा और कांग्रेस का ऐसा गठजोड़ और भाईचारा कहीं देखने को नहीं मिला। बात केवल यही तक नहीं रुकती, भाजपा के इस नेता ने कांग्रेस के नेता केतन पटेल को अपना समर्थन तो दे दिया लेकिन उस समर्थन के बदले में अपने आधी कुर्सी के तौर पर उपाध्यक्ष की कुर्सी अपने हिस्से में रख ली, यह बड़े चौकाने वाली बात है की यह पूरा मामला जग जाहिर है और भाजपा कांग्रेस की यह जुगलबंदी दोनों पार्टियों की सांख पर सवाल खड़े करती है, लेकिन दोनों पार्टियों के मुख्या और अध्यक्ष इस तमाशे को बड़े शोक से देख रहे है।
दमन-दीव के राजनीतिक दलों को आने वाले चुनावों के बारे भी सोचने की जरूरत है की आने वाले जिला पंचायत में इस गठबंधन का जवाब वह जनता को कैसे देगी?
बताया यह भी जाता है की जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनने के बाद नवीन पटेल की अघोषित आय में काफी इजाफा हुआ है, तथा उक्त काली कमाई का काला स्त्रोत इस कुर्सी और विभाग के दम पर हांसील किया गया है, इसके अतिरिक्त टेण्डरों के आलवे कई विकासीय कार्यों में गदबड़ियों की बाते सामने आई है, तथा कई सबूत नवीन पटेल की तरफ इशारा करते है, हालांकि इस मामले में कुछ जानकारियों का विश्लेषण करना भी शेष है जल्द उक्त मामले में नए खुलासे सामने आते नजर आ रहे है।
दमन जिला पंचायत के 11 सीटों में से 5 सीटे भाजपा की है, तो 5 निर्दलयों की, और मात्र एक सीट कांग्रेस की, इसके चलते नहीं भाजपा यहां अपनी सरकार बना पाई, नहीं कांग्रेस, फिर क्या दोनों पार्टियों ने एक दूसरे का हाथ थाम, एक दूसरे को समर्थन कर, सभी सिधानतों की पोटली बनाकर दमन के समुंदर में बहा दी। भाजपा ने कांग्रेस को समर्थन दे कर कांग्रेस के नेता को जिला पंचायत का अध्यक्ष बना दिया, तो कांग्रेस ने भी अपनी दरियादिली दिखाई और भाजपा के नेता नवीन पटेल को आधी कुर्सी के तौर पर जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बना दिया।