संध प्रदेश दमन-दीव में भ्रष्टाचार को लेकर वैसे तो क्रांति भास्कर ने कई खुलासे किए, लेकिन आज जिस खुलासे को लेकर क्रांति भास्कर आई है, उस खुलासे के बाद दमन के कई आई-ए-एस अधिकारियों को यहां हो रहे भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचार की ख़बरों पर भी सोचना पड़ जाएगा।
संध प्रदेश दमन-दीव विधुत्त विभाग के उप-सचिव बतौर विधुत विभाग में भ्रष्टाचार व अनियमितताओं के दम पर करोड़ों कमाते है, इस पद पर बैठे अधिकारी की करोड़ों की आमदनी होती है, तथा इस पद पर बैठने वाले अधिकारी ने करोड़ों की आमदनी की है, यह कहना है दमन-दीव सतर्कता विभाग के एक विश्वसनीय अधिकारी का जिनकी एक टेप क्रांति भास्कर के हाथ लगी है।
इस खुलासे और सतर्कता विभाग की यह टेप देखने पर यही कहां जा सकता है कि, दमन-दीव का सतर्कता विभाग सीबीआई से कोसो-कदम आगे है, तथा दमन-दीव में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी जितनी दमन-दीव सतर्कता विभाग के अधिकारियों के पास है उतनी जानकारी नहीं आम जनता के पास है नहीं जन प्रतिनिधियों के पास। तो क्यू न सीबीआई यहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए, सतर्कता विभाग के अधिकारियों को ही अपना शिकार बना ले, यदि दमन-दीव में सतर्कता विभाग के अधिकारियों से सीबीआई अपने अंदाज में पूछताछ करे तो शायद दमन-दीव के तमाम भ्रष्टाचार पर अंकुश लगने के साथ साथ तमाम भ्रष्ट अधिकारी भी एक ही बार में सीबीआई के चंगुल में आ सकेंगे। लेकिन इस मामले में सीबीआई को क्या करने की जरूरत है यह तो सीबीआई को ही सोचना होगा, लेकिन सतर्कता विभाग द्वारा मिली कुछ और टेप व जानकारियों की तहकीकात अभी जारी है, उक्त टेप में कुछ नाम ऐसे भी है जिनका खुलासा करने के लिए अभी भी सबूतों की खुराक कम है, क्रांति भास्कर की तहकीकात पूरी होने के बाद ही उक्त मामले में पूरा खुलासा संभव है।