
बेंगलोर की आविस्कार कंपनी के मालिक गुरुप्रसाद के खिलाफ अहमदावाद की सी.के. ईलेक्ट्रिकल्स कम्पनी की फरियाद के आधार पर सी.बी.आई ने दीव लोक निर्माण विभाग में छापेमारी की थी ।
बेंगलोर की आविस्कार कंपनी के मालिक गुरुप्रसाद ने अग्रिम जमानत ले रखी थी ।
बेंगलोर की आविस्कार कंपनी कई राज्यो दमण दीव में द्वारकेश कंपनी के नाम से बिजली के खम्भे का ठेका दिया गया था ।
गांधिनगर सी.बी.आई की लांच रिश्वत शाखा के सात अधिकारीयो ने छापेमारी करने के बाद जांच शुरु की थी ।
दीव संघ प्रदेश दीव एक सुंदर पर्यटक स्थल है । दीव के सर्वांगी विकास के लिये केंद्र सरकार हरसाल दमण दीव को मिलाके तकरिबन करोड की धनराशी दे रही है । इसी तरह दीव को सुशोभीत बिजली से सजाने के लिये साडे तिन मिटर के सुंदर बिजली के खम्भे लगाने का ठेका 2010 में बेंगलोर की आविस्कार कंपनी 13 लाख मे मिला था ।
बेंगलोर की आविस्कार कंपनी के मालिक गुरुप्रसाद के खिलाफ अहमदावाद की सी.के. ईलेक्ट्रिकल्स कम्पनी ने फरियाद के आधार पर गांधिनगर सी.बी.आई की लांच रिश्वत शाखा ने दीव के लोकनिर्माण के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय में छापेमारी करके 2010 से लेकर 2015 तक बेंगलोर की आविस्कार कंपनी के दस्तावेज खंगाले थे ।
दीव न्यायालय में सी.बी.आई ने दीव लोक निर्माण विभाग के तिन अभियंता (1) वसंत जेठवा-पुर्व कार्यपालक अभियंता (2) हिमंत सोलंकी- पुर्व कार्यपालक अभियंता (3) मांडलिया महेंद्र जयसुख – जुनियर इंजीनियर और कंपनी के मालिक गुरुप्रसाद के खिलाफ सी.बी.आई ने धारा 120-B, 420,477(1),IPC 13(2),13ADPCA के तहत चार्जसीट दाखिल की । दीव लोक निर्माण विभाग के तिनो अभियंता को न्यायालय ने 1 लाख के मुशलके पर जमानत दी, जब की बेंगलोर की आविस्कार कंपनी के मालिक गुरुप्रसाद ने अग्रिम जमानत ले रखी थी ।
बेंगलोर की आविस्कार कंपनी कई राज्यो दमण दीव में द्वारकेश कंपनी के नाम से बिजली के खम्भे का ठेका दिया गया था ।
गांधिनगर सी.बी.आई की लांच रिश्वत शाखा के सात अधिकारीयो ने जांच की थी । अब यह देखना है, की दीव लोकनिर्माण के कितने अभियंता पर गाज गिरती है ।
क्या सी.बी.आई की लांच में आलिशान बंगलो और बेनामी संपती के दस्तावेज हासिल करने में सी.बी.आई कामयाब हुई है या नही ? अगली सुनवाई 8 जुन को है ।
by:Bipin Bamania