
दमन-दीव भाजपा के कई नेताओं का कहना है की दमन-दीव प्रशासन भ्रष्टाचार के मामलों में प्रशासक भाजपा के नेताओं की नहीं सुनती, अब अगर यह बात सही है तो आखिर यह प्रशासन किसकी सुनते है यह उन नेताओं को जनता को बताना चाहिए। और यह भी बताना चाहिए की आने वाले चुनावों में क्या वह इस बात का प्रचार भी करेंगे की भाजपा से ईमानदार प्रशासन की उम्मीद न की जाए क्यों की भाजपा तो सवय यह कह रही है की भाजपा द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दों पर प्रशासन व प्रशासक आशीष कुंदरा नहीं सुनते।
इस मामले को भलेही भाजपाई व प्रशासक हल्के में ले रहे हो लेकिन आने वाले निगम व पॅंचायती चुनावों में भाजपा को यह शब्द जरूर भारी पड़ते दिखाई दे रहे है। शेष फिर।