
संघ प्रदेश दमण-दीव प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष केतन पटेल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि परियारी को आदर्श गांव बनाने निकले सांसद लालू पटेल पहले अपना गांव कचीगाम तो संभाल ले फिर किसी अन्य गांव के बारे में बात करें। केतन पटेल ने कहा है कि हवा-हवाई बातें करने में माहिर सांसद लालू पटेल परियारी गांव को आदर्श बनाने चले थे. परियारी गांव कितना आदर्श है, इसे दमण की जनता अच्छी तरह जानती है. परियारी में कितनी समस्या है, वो हमसे आकर पूछे. परियारी में पेयजल की सुविधा नहीं है, सरकारी स्कूल की खस्ता हालत है, ड्रेनेज और रोड की खस्ता हालत है, रोजगार, युवाओं के हित की तो बात ही नहीं है. परियारी के 70 प्रतिशत युवा बेरोजगार है और डिजीटल इंडिया बनाने चले है. तीन साल बीत गये, अब तक परियारी आदर्श गांव नहीं बन सका. सांसद लालू पटेल को शर्म आनी चाहिए कि शिक्षक दिवस के दिन ही कचीगाम सरकारी स्कूल के छत का सिमेंटेड हिस्सा गिर पड़ा. गनीमत रही कि कोई जानहानि नहीं हुई, नहीं तो बुरा भी हो सकता था. या तो सांसद लालू पटेल जवाब दें, नहीं तो इस्तीफा दें।
केतन पटेल की इस प्रेस विज्ञप्ति को देखकर यह तो पता चल गया की केतन पटेल को दमन के गावों की खस्ता हाल के बारे में और बेरोजगार नागरिकों के बारे में कितनी जानकारी है लेकिन क्या यह सभी परेशानिया आज की है? या उस समय से चली आ रही है जब केतन पटेल की पांचों उंगलिया घी में थी और जिला पंचायत से लेकर केंद्र तक कांग्रेस सत्ता में थी, सत्ता में रहकर यदि केतन पटेल ने समय पर जनता की मुश्किलों का हल निकाला होता तो शायद पूर्व में हुए लोक सभा चुनाव में केतन पटेल को करारी हार का सामना ना करना पड़ता।
शायद केतन पटेल जो सवाल सांसद लालू पटेल से कर रहे है उसका मतलब वह स्वयम ही नहीं समझ रहे है क्यों की सांसद से इस मामले में सवाल कही ना कही कांग्रेस की विफलता दिखाती है।