
संध प्रदेश दमन-दीव के पूर्व सांसद डहयाभाई पटेल के पुत्र केतन पटेल ने बड़ा लंबा समय सत्ता में बिताया है, किसी समय केतन पटेल के पिता दमन-दीव से कांग्रेस सांसद थे, जनता की माने तो डहयभाई से सांसद पद चले जाने का कारण जनता केतन पटेल को ही मानती है। केतन पटेल की माता वर्षो से जिला पंचायत में रही, केतन पटेल भी वर्षो तक दमन-दीव जिला पंचायत के अध्यक्ष रहे, इसकेअलावे उधोगों पर जो कब्जा रहा, उस कब्जे का पूरा-पूरा फाइदा केतन पटेल के भाई जिग्नेश पटेल ने उठाया। लगभग पूरा परिवार किसी ना किसी रूप में राजनीति से जुड़ा रहा और अपनी ऐशगाह आबाद करता रहा, तब भी दमन-दीव की जनता सब जानती थी, अब भी सब जानती है, लेकिन उस दौर में यू-पी-ए की सत्ता केतन पटेल के लिए संरक्षण साबित हुई।
- फॉर्च्यून ग्रुप के बिल्डर दर्शक शाह के यहां भी सीबीआई को करनी चाहिए छापेमारी।
- फॉर्च्यून ग्रुप के बिल्डर दर्शक शाह के प्रोजेक्टो में केतन पटेल का निवेश।
वैसे डहयाभाई पटेल, चंचल पटेल, केतन पटेल, जिग्नेश पटेल तथा उक्त परिवार के अन्य सदस्यो ने कहाँ कहाँ जमीने खरीद रखी है और सत्ता एवं भ्रष्टाचार के दम पर कितनी काली कमाई की है इसका तो अंदाज लगाना भी मुश्किल है क्यों की प्रशासन से लेकर उधोग तक,ठेकेदार से लेकर मजदूर तक सभी केतन पटेल तथा जिग्नेश पटेल के काले-कारमानों से प्रभावित रहे है। इतना ही नहीं उक्त नेता ने हद तो तब कर दी जब एन-जी-ओ के नाम भी वसूली शुरू हु, दमन के कई उधोगों की यह शिकायत रही है केतन पटेल अब अपनी एन-जी-ओ नाम से भी वसूली का काम कर रहे है।
Ketan Patel Daman Old House
हालांकि क्रांति भास्कर पूर्व में केतन पटेल के भ्रष्टाचार तथा अकूत संपत्ति के बारें में कई बार खुलासे कर चुकी है, लेकिन जांच अब शुरू हुई है। अभी कुछ समय पहले ही दमन उधोगिक संगठन के अध्यक्ष पद पर डहयाभाई पटेल तथा केतन पटेल ने आर-के कुंदानी बैठाया था, उक्त खबर में भी क्रांति भास्कर ने यह स्पष्ट कर दिया की यह नियुक्ति डहयभाई पटेल तथा केतन पटेल के दबाव का नतीजा है।
ketan patel daman
वर्ष 1997 से लेकर वर्ष 2017 तक ऐसे कई अनगिनत मामले रहे है जिनमे डहयाभाई पटेल, केतन पटेल तथा जिग्नेश पटेल पर सवाल उठे, लेकिन अब उन तमाम सवालो का जवाब सीबीआई के छापे ने दे दिया। बताया जाता है की किसी समय डहयभाई पटेल बजाज स्कूटर पर जमीन की छोटी-मोटी दलाली किया करते थे, लेकिन राजनीति में उतरने के बाद काफी कम समय में करोड़ो के मालिक बन गए।
- डीआईए पर कब्जा, उधोगों से वसूली, ठेकदारों से वसूली और सत्ता में रहकर करोड़ो का भ्रष्टाचार कर चुके है।
- 1997 में बजाज़ स्कूटर पर जमीन की दलाली करते थे डहयभाई पटेल, 2017 तक बिना कारोबार समाज सेवा कर करोड़ों का मालिक बन गया पूरा परिवार!
फिलवक्त सीबीआई का जो छापा केतन पटेल के यहां पड़ा है उसे देखकर लगता है अब केतन पटेल तथा जिग्नेश पटेल की भाईगीरी पर विराम लगेगा, लेकिन सूत्रो का यह भी कहना है की वापी, गुजरात, दिल्ली के अलावे मुंबई में भी केतन पटेल की अकूत बे-नामी संपत्ति है जिसकी विस्तार से सीबीआई को जांच करनी चाहिए, इसके अलावे वापी के जाने माने “फोरचून ग्रुप” के बिल्डर दर्शक शाह के यहां भी छापे-मारी करनी चाहिए तथा “फोरचून ग्रुप” के मालिक दर्शक शाह से पूछताछ करनी चाहिए, बताया जाता है की पिछले कई वर्षो से दर्शक शाह और केतन पटेल में कारोबारी संबंध रहे है और दर्शक शाह के कई प्रोजेक्टो में केतन पटेल का निवेश रहा है, इसके अलावे भी कई अन्य बिल्डर तथा नेता है जिनके साथ केतन पटेल का निवेश बताया जाता है, लेकिन उसका पूरा खुलासा तो किसी जांच के बाद ही संभव है। शेष फिर।
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